पुखराज पहनने के फायदे
1. आर्थिक समृद्धि और धन वृद्धि
पुखराज रत्न धन प्राप्ति और आर्थिक उन्नति में सहायक होता है। यह व्यापारियों, निवेशकों और नौकरीपेशा लोगों के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है। यह व्यक्ति के वित्तीय निर्णय लेने की क्षमता को मजबूत करता है और उसे स्थिरता प्रदान करता है।
2. बुद्धि और शिक्षा में प्रगति
बृहस्पति को ज्ञान और शिक्षा का कारक ग्रह माना जाता है। इस कारण पुष्कराज रत्न विद्यार्थियों, शिक्षकों और शोधकर्ताओं के लिए लाभकारी होता है। यह एकाग्रता, स्मरण शक्ति और निर्णय क्षमता को बढ़ाता है, जिससे उच्च शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
3. वैवाहिक जीवन में सुख और शांति
जो लोग वैवाहिक जीवन में समस्याओं का सामना कर रहे हैं, उनके लिए (pukhraj ratna) पुखराज रत्न बेहद फायदेमंद हो सकता है। यह पति-पत्नी के बीच प्रेम, सामंजस्य और आपसी समझ को बढ़ाने में सहायक होता है। विशेष रूप से महिलाओं के लिए यह रत्न अत्यंत शुभ माना जाता है क्योंकि यह विवाह में आ रही देरी को भी दूर कर सकता है।
4. स्वास्थ्य में सुधार
पुखराज रत्न पहनने से लीवर, पाचन तंत्र, मोटापा, हॉर्मोनल असंतुलन और स्किन संबंधी समस्याओं में लाभ मिलता है। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और मानसिक तनाव, चिंता तथा अवसाद को कम करने में भी सहायक होता है।
5. समाज में मान-सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ाने वाला
बृहस्पति को गुरु, आचार्य और ज्ञान का कारक माना जाता है। इसलिए, पुखराज पहनने से समाज में मान-सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ती है। यह व्यक्ति की छवि को प्रभावशाली बनाता है और उसके व्यक्तित्व में आत्मविश्वास तथा करिश्माई प्रभाव लाता है।
6. आध्यात्मिक उन्नति और सकारात्मक ऊर्जा
यह रत्न आध्यात्मिक जागरूकता को बढ़ाने में सहायक होता है। जो लोग ध्यान, योग और आध्यात्मिक गतिविधियों में रुचि रखते हैं, उनके लिए पुखराज रत्न अत्यंत लाभकारी हो सकता है। यह व्यक्ति को नकारात्मक ऊर्जाओं से बचाता है और सकारात्मकता बढ़ाता है।
7. करियर और व्यवसाय में सफलता
जो लोग करियर में बाधाओं का सामना कर रहे हैं, उनके लिए पुष्कराज रत्न एक वरदान की तरह काम करता है। यह व्यापार और नौकरी में स्थिरता लाने, प्रमोशन दिलाने और नए अवसरों को प्राप्त करने में सहायता करता है।
8. रिश्तों को मजबूत बनाने में सहायक
पुखराज रत्न पहनने से पारिवारिक, सामाजिक और व्यक्तिगत संबंध मजबूत होते हैं। यह व्यक्ति के आसपास सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है, जिससे वह दूसरों के साथ बेहतर तरीके से जुड़ पाता है और विवादों से बच सकता है।
9. निर्णय लेने की क्षमता को मजबूत बनाता है
व्यक्ति की निर्णय लेने की शक्ति को बढ़ाने में पुखराज अत्यंत प्रभावी होता है। यह अनिश्चितता, भ्रम और असमंजस को दूर करता है, जिससे व्यक्ति अपने करियर, व्यापार और व्यक्तिगत जीवन में सही निर्णय लेने में सक्षम होता है।
10. रचनात्मकता और कला में वृद्धि
पुखराज रत्न पहनने से कला, संगीत, लेखन और अन्य रचनात्मक क्षेत्रों में रुचि रखने वाले व्यक्तियों को नई प्रेरणा मिलती है। यह उनकी सोच को नया दृष्टिकोण देता है और उन्हें अधिक सफल बनने में मदद करता है।
कैसे धारण करे ?
इसे तर्जनी उंगली में आप पहने
इसे सोने चांदी के साथ पहना जाता है आप अपने समर्थ के अनुसार धारण करे।
आप इसे गुरुवार के दिन धारण करे।
अधिक जानकारी के लिए आप हमे वाट्सअप करे।
पुखराज रत्न पहनने के कुछ आसान नियम होते हैं। पुरुषों को पुखराज दाएं हाथ की तर्जनी (Index) उंगली में पहनना चाहिए। महिलाएं इसे किसी भी हाथ की तर्जनी उंगली में पहन सकती हैं। अगर आप इसे उंगली में नहीं पहनना चाहते, तो पुखराज रत्न को पेंडेंट (लॉकेट) की तरह गले में भी पहन सकते हैं।
पुखराज पहनने से पहले इसे थोड़ी देर के लिए गंगाजल या कच्चे दूध में डुबोकर रखें। इससे रत्न शुद्ध हो जाता है और इसका सकारात्मक असर बढ़ता है।
1. पुखराज पहनने का शुभ दिन
पुखराज को गुरुवार के दिन, शुक्ल पक्ष में, बृहस्पति के अनुकूल नक्षत्र (पुष्य, पुनर्वसु, विशाखा) में धारण करना सबसे शुभ माना जाता है। इसे सुबह सूर्योदय के बाद पहनना चाहिए।
2. किस धातु में पहनें?
पुखराज को सोने की अंगूठी में जड़वाना सबसे शुभ माना जाता है। कुछ विशेष परिस्थितियों में इसे पंचधातु या अष्टधातु में भी पहना जा सकता है, लेकिन इसके लिए ज्योतिषी से परामर्श आवश्यक है।
No feature found
No condition found
No return policy found